
सोनू राणा , छुटमलपुर : कस्बे की सड़कों पर बढ़ता अतिक्रमण स्थानीय निवासियों के लिए मुसीबत बन गया है।
नगर पंचायत की लापरवाही और उदासीनता के कारण दुकानदारों ने फुटपाथ, नालियों और सड़कों के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है।
सहारनपुर रोड, देहरादून रोड और रोडवेज बस स्टैंड के आसपास हालात बदतर हो चुके हैं।
दुकानों के सामने फैलाया गया सामान और सड़कों पर अनधिकृत रूप से खड़े ऑटो व ई-रिक्शा ने यातायात व्यवस्था को चरमरा दिया है।
इससे पैदल यात्री, खासकर बुजुर्ग और बच्चे, सड़क के बीच चलने को मजबूर हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
नगर पंचायत की निष्क्रियता ने अतिक्रमण को और बढ़ावा दिया है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
दुकानदारों द्वारा फुटपाथ और सड़कों पर सामान फैलाने से बाजार में खरीदारी करने वाले ग्राहकों को भी परेशानी हो रही है।
अनधिकृत पार्किंग और सड़कों पर बेतरतीब खड़े वाहनों ने जाम की समस्या को और गंभीर कर दिया है।
इससे न केवल आवागमन बाधित हो रहा है, बल्कि कस्बे की सुंदरता भी प्रभावित हो रही है।
स्थानीय व्यापारी ने बताया कि अतिक्रमण के कारण ग्राहकों को दुकानों तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है, जिससे व्यापार पर असर पड़ रहा है।
बुजुर्ग शांति देवी ने कहा कि फुटपाथ पर कब्जे के चलते सड़क पर चलना जोखिम भरा है।
11 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को देखते हुए यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
लाखों कांवड़ियों के आने से सड़कों पर जाम और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है।
निवासियों का सवाल है कि अगर कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?
नगर पंचायत की लापरवाही से तंग आ चुके निवासियों ने प्रशासन से तत्काल अतिक्रमण हटाने की मांग की है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे।
जनता का गुस्सा इस बात से है कि उनकी शिकायतों को लगातार अनसुना किया जा रहा है।
लोग अब प्रभावी कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि कांवड़ यात्रा से पहले यातायात सुचारु हो और कस्बे में सामान्य जनजीवन बहाल हो सके।
नगर पंचायत प्रशासन की यह चूक न केवल स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है, बल्कि कांवड़ यात्रा जैसे बड़े आयोजन के लिए भी खतरा बन सकती है।
प्रशासन को तुरंत कदम उठाकर अतिक्रमण हटाने और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरूरत है।
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